
कहानी: डॉक्टर vs मिस्ट्री किडनैपर – कौन जीतेगा दिमागी चेस?
“Crazxy” की कहानी एक दिन के टाइमलाइन में सिमटी है, जहां डॉक्टर अभिमन्यु (सोहम शाह) की बेटी को अगवा कर लिया जाता है। अपहरणकर्ता उनसे 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगता है, लेकिन यहां से शुरू होता है एक दिमागी खेल जिसमें डॉक्टर को हर कदम पर गलत फैसलों के जाल में फंसाया जाता है। फिल्म आपको सवालों के घेरे में डालती है: “अगर आप अभिमन्यु की जगह होते, तो क्या करते?”
फिल्म की खूबियां: क्यों है ये ‘एक्स्ट्रा X’ वाली क्रेजी?
- सोहम शाह का वन-मैन शो
सोहम ने सिर्फ एक्टिंग नहीं की, बल्कि पूरी फिल्म को अपने कंधों पर उठा लिया! फोन कॉल्स के ज़रिए सामने वाले कैरेक्टर्स का इमोशनल प्रेशर, उनकी बॉडी लैंग्वेज और कंफ्यूजन को एक्ट करने का तरीका मास्टरक्लास है। - माइंड-ब्लोइंग फिल्म मेकिंग
- कैमरा एंगल्स: 360-डिग्री शॉट्स और क्रिएटिव फ्रेमिंग से आप खुद को अभिमन्यु की जगह महसूस करेंगे।
- सस्पेंस: हर सीन में एक “क्या होगा अब?” वाला थ्रिल बरकरार है।
- कम समय, ज़्यादा पंच!
फिल्म सिर्फ 1.5 घंटे की है, लेकिन इतनी फास्ट-पेस्ड है कि आप अंत तक सीट से चिपके रहेंगे। खासकर क्लाइमैक्स का इमोशनल ट्विस्ट और सामाजिक मैसेज (जिसे हम स्पॉयल नहीं करेंगे 😉) आपको सोचने पर मजबूर कर देगा।

कमियां: कहीं-कहीं लगा ‘ओवर-Crazxy’?
- कुछ दृश्यों में कंफ्यूजन जानबूझकर बढ़ाया गया है, जो कुछ वयस्क दर्शकों को थोड़ा बोरिंग लग सकता है।
- क्लाइमैक्स में इमोशनल अपील थोड़ी जबरन फिट की गई लगी, जैसे मैसेज देने के चक्कर में स्टोरी को झटका दिया गया हो।
वर्डिक्ट: क्या ये ‘Crazxy’ आपके लिए है?
अगर आपको यूनिक कांसेप्ट, टाइट थ्रिलर, और एक्टिंग के फैन हैं, तो ये फिल्म आपके लिए है! सोहम शाह की एक्टिंग और डायरेक्शन की बदौलत “Crazxy” बॉलीवुड के पुराने फॉर्मूले को तोड़ती है। मगर अगर आप सिंपल स्टोरी और रोमांस चाहते हैं, तो ये आपकी चाय की प्याली नहीं है।